
Bilawal Bhutto on Indus Water Treaty: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने सिंधु जल समझौते पर पूर्व में दिए अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि रैली में उन्होंने केवल पाकिस्तान की आम जनता की भावनाओं को दोहराया था. उन्होंने कहा था, “सिंधु नदी में या तो हमारा पानी बहेगा, या उनका खून बहेगा.” इस बयान पर भारत की ओर से तीखी प्रतिक्रिया दी गई थी.
बिलावल भुट्टो ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान पर लगे आरोपों को खारिज किया. उन्होंने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान को बलि का बकरा बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री पहले ही पाकिस्तान में निष्पक्ष जांच की पेशकश कर चुके हैं. हमने दुनियाभर के कई अन्य देशों के उलट, वास्तव में अपना सबक सीखा है और अतीत में लगे इन आरोपों के संदर्भ में पाकिस्तान ने भी आंतरिक सुधार किए हैं.”
बिलावल भुट्टो ने किया ये बड़ा दावा
बिलावल भुट्टो ने आगे कहा, “इतना ही नहीं, मेरे विदेश मंत्री बनने से पहले, पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में था. जब में विदेश मंत्री बना था तब पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकल गया, जिसका मतलब है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी स्वीकार करता है कि आज की तारीख में पाकिस्तान का ऐसा किसी भी समूह से कोई संबंध नहीं है.”
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, जल शक्ति मंत्री और अन्य कई नेताओं ने बिलावल के बयान की कड़ी आलोचना की थी. केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि “हम ऐसी धमकियों से डरते नहीं हैं.” वहीं, हरदीप सिंह पुरी ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, “उन्हें पहले अपना मेंटल टेस्ट करवा लेना चाहिए. ऐसे बयान शोभा नहीं देते.”
ये भी पढ़ें-